इस बार भी गर्मी बढ़ेगी:मौसम विभाग ने 3 महीने का अनुमान जारी किया, पिछले साल के मुकाबले 1 डिग्री ज्यादा रहेगा टेम्परेचर

मौसम विभाग ने सोमवार को 3 महीनों मार्च, अप्रैल और मई के लिए गर्मी का अनुमान जारी किया। इसके मुताबिक दक्षिण और मध्य भारत को छोड़कर उत्तर भारत समेत देश के ज्यादातर इलाकों में टेम्परेचर सामान्य से ज्यादा रहेगा। यह एक डिग्री तक ज्यादा रह सकता है।
टेम्परेचर नॉर्मल से ज्यादा रहने के संकेत मार्च के पहले दिन ही दिख गए। उत्तर और मध्य भारत में 1 मार्च का पारा सामान्य से 3 से 6 डिग्री ज्यादा रहा। गर्मी को लेकर मौसम विभाग का अनुमान पिछले 5 साल में 90% सटीक साबित हुआ है।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में तापमान बढ़ेगा
- उत्तर, पश्चिमोत्तर और पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर हिस्साें, मध्य भारत के पूर्वी-पश्चिमी भागों के कुछ हिस्सों, उत्तरी प्रायद्वीप के तटीय इलाकों में मैक्सिमम टेम्परेचर सामान्य से ज्यादा रहेगा। ज्यादातर समय लू चल सकती है।
- दक्षिण और इसके करीबी मध्य भारत के हिस्सों में मैक्सिमम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है।
- पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में पारा सामान्य से ज्यादा रहने के आसार हैं।
- कोंकण और गोवा में भी मिनिमम और मैक्सिमम टेम्परेचर नॉर्मल से ज्यादा रहने का अनुमान है।
रिसर्च में दावा- देश में सूखे का संकट तेजी से बढ़ सकता है
दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन से भारत में आने वाले सालों में सूखा पड़ने की आशंका बढ़ेगी। इसका कृषि उत्पादन पर असर पड़ेगा। सिंचाई की मांग बढ़ेगी और भूजल का दोहन बढ़ेगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गांधीनगर के रिसर्चर ने यह दावा किया है। यह स्टडी NPJ क्लाइमेट जर्नल में पब्लिश हुई है। इसमें मानसून के दौरान पड़ने वाले सूखे में जलवायु परिवर्तन के असर की स्टडी की गई है। इसके मुताबिक, परंपरागत सूखे की तुलना में अचानक सूखा पड़ने से दो-तीन हफ्ते में बड़ा इलाका प्रभावित हो सकता है। इससे फसल पर बुरा असर पड़ेगा।