सोनभद्र : पेड़ काट रहे पांच धराए, ऑटोमैटिक आरा बरामद

रेणुकूट वन प्रभाग के म्योरपुर रेंज स्थित कठौन्धी बीट के जंगल में शनिवार की रात ऑटोमैटिक आरा मशीन से कत्था का पेड़ काट रहे पांच वन तस्करों को वन विभाग की संयुक्त टीम ने पकड़ा। टीम ने आटोमैटिक आरा और कत्था का 13 बोटा भी बरामद किया है। पकड़े गए कटानकर्ताओ से पूछताछ की जा रही है, जिसमें कई चेहरे बेनकाब होने की उमीद है।
गोविन्दपुर प्रतिनिधि के मुताबिक प्रभागीय वनाधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि कत्था के पेड़ों की छिटपुट कटान की शिकायतें मिल रहीं थीं। इसकी टोह में एक माह से टीम नजर रख रही थी। शनिवार की रात लगभग दो बजे उन्हे सूचना मिली कि म्योरपुर थाना के काशीकुड़ के कुछ लोग जंगल मे घुसे हैं। इसकी जानकारी गश्त कर रहे वन दरोगा विजेंद्र सिंह को दी गयी। साथ ही पिपरी रेंज में गश्त कर रहे डिप्टी रेंजर दीपचंद सोनकर को भी मौके पर भेजा गया। वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर तस्करों को पकड़ लिया गया। रेंज कार्यालय में पूछताछ से पता चला है कि एक वन तस्कर बीजपुर और दूसरा चर्चित तस्कर दुद्धी का है, जो ग्रामीण कटानकर्ताओ को पैसा देकर पेड़ कटवाते थे और पिकअप से बोटा ले जाते थे। श्रीसिंह ने बताया कि ठोस सबूत मिलते ही दोनों आरोपी तस्करों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। वन विभाग की टीम में विजेंद्र सिंह, शिवकुमार यादव, श्यामलाल, शेषमणि श्रीवास्तव, गोविंन्द गोड़, संजीव कुमार शामिल रहे।
निशान देही पर दो ट्रैक्टर कत्था का बोटा बरामद
गोविन्दपुर। म्योरपुर रेंज के कठौधी बीट में पेड़ काटते पकड़े गए कटानकर्ताओ से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ। कथित तस्कर शिवकुमार के खेत खलिहाल में छुपाकर रखा गया दो ट्रैक्टर कत्था का बोटा वन विभाग की टीम ने बरामद कर उसे रेंज कार्यालय लाकर जब्त कर लिया है। रेंजर राजेश सोनकर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जिसके खेत खलिहान में बोटा बरामद किया गया, वह पहले भी पेड़ काटने का आरोपी है। डिप्टी रेंजर पिपरी दीपचंद ने बताया कि कत्था के साथ पुराना सागौन के कुछ नग बोटा भी मिला है।
रेंजर को हटाने के लिए जोर लगा रहे हैं तस्कर
गोविन्दपुर। म्योरपुर रेंजर को हटाने के लिए लकड़ी तस्करों की लाबी जुट गई है। विश्वसनीय सूत्रों की मॉने तो वर्तमान रेजर ने खनन और कटान पर लगभग पूरी तरह रोक लगा दी है, जिससे खननकर्ता और वन तस्कर हलकान हो गए है। वे चाहते हैं कि कोई नया रेंजर आये तो पुराना धंधा चल सके। वन कर्मियों की भी माने तो वन तस्कर जुगाड़ में लगे है कि किसी तरह वर्तमान रेंजर को हटाया जाये।